हिंदी और मराठी फिल्मों की अदाकारा- रीमा लागू का
निधन
लाल बिहारी लाल
नई दिल्ली। हिंदी और
मराठी फिल्मों की अभिनेत्री रीमा लागू का जन्म एक मराठी परिवार में नागपुर में 1958
में हुआ था। इनकी माता मंदाकनी भदभड़े मराठी थियेटर की जानी मानी अभिनेत्री थी।
रीमा के बचपन का नाम नयन भदभड़े था। इनकी शिक्षा स्थानीय हाई स्कूल में ही हुई।
इन्होनें बाल कलाकार के रुप में 9 फिल्में कर ली। इनके परिवार वाले आगे पढ़ाना
चाहते थे पर पारिवारिक माहौल के कारण ही ये अभिनेभी बन गई। सन 1970-80 के दशक में
मराठी थियेटर के कलाकार विवेक लागू से इनकी शादी हुई ।इन्होंने शादी के बाद अपना
नाम बदलकर रीमा लागू कर लिया।
उन्होने
1980 में कलयुग,आक्रोश,नासुर आदि जैसी फिल्मे की पर समय से पहले ही बालीवूड के निर्देशकों
ने इन्हें माँ बना दिया जिसका मलाल इन्हें मरते दम तक रहा। माँ की भूमिका में कुछ
प्रमुख फिल्में रही उनमें- मैने प्यार किया, आशिकी, साजन, हम आपके हैं कौन, वास्तव,
कुछ-कुछ होता है, कल हो ना हो, हम सब साथ-साथ आदी है। इन्होनें हिन्दी धारावाहिकों
में भी काफी काम किया है – उनमें- 1985 में खानदान,1994 में डी.ड़ी. नेशनल औऱ सब
टी.वी. पर प्रसारित श्रीमान-श्रीमती में कोकिला
यानी की कोकी की यादगार भूमिका जिससे इनकी पहचान भारत के हर घर मे होने लगी। फिर
1994-2000 तक डी.ड़ी नेशनल औऱ स्टार प्लस पर प्रसारित धारावाहिक में देविका वर्मा की भुमिका में काफी मशहूर हुई
जिसके लिए इन्हें पहला टी.वी पुरस्कार का बेस्ट अदाकारा का पुरस्कार मिला। फिर
1997 में जी टी.वी के लिए दो और दो पाँच की फिर धड़कन अभी वर्तमान में नामकरण में
दमयंती मेहता की भूमिका निभा रही थी। रीमा अपने फिल्मीं कैरियर में 95 से ज्यादा फिल्में की। आज रीमा
भौतिक रुप से दिल का दौड़ा पड़ने के कारण हमलोगों के बीच नहीं रही पर अपने अदाकारी
के दम पर आज भी हर भारतीय के दिलों में जिंदा है।
लेखक- लाल कला मंच ,नई
दिल्ली के सचिव हैं
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