गुरुवार, 5 फ़रवरी 2015

बदरपुर का चुनावी चौपाल-नेता बेहाल जनता निहाल

बदरपुर का चुनावी चौपाल-नेता बेहाल जनता निहाल
                           *लाल बिहारा लाल


मीठापुर। निर्वाचन आयोग द्वारा 5 जनवरी,2015 को जारी मतदाता सूची के अनुसार बदरपुर विधान सभा  में लगभग 2.40 लाख से ज्यादा मतदाता हैं। इस तरह हाल फिलहाल में 40-50 हजार युवों ने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदाता सूची में नाम पंजीकृत  करवाया है।
2013 के दिल्ली विधान सभा  खासकर बदरपुर विधान सभा  में मतदान का प्रतिशत 60-65%  था जो इस बार 60-70% रहने की उम्मीद है। इस वोटर में 24-25% प्रतिशत वोट ब्राम्हण के हैं। युवाओं एवं ब्राम्हण को ध्यान में रखकर ही  आप ने पं. नरायण दत शर्मा को अपना उम्मीद्वार बनाया है। और झाडू के बदरपुर से विधान सभा पहूचाने के लिए आप के समस्त नेताओं ने कमर कस रखा है। इस बार मुस्लिमों  का रुझान भी झाडू ,हाथी एवं हाथ की ओर है। भाजपा से रामबीर सिंह विधूडी 2013 में चुनाव जीतने के बाद न ओ-जोन हटवा पाये,न जाम में सुधार हुआ औऱ ना ही 7 साल पहले गगन विहार में  अस्पताल का किया हुआ शिलान्यास के बाद काम को  कुछ आगे बढा पाये। इसलिए नहर पार के मतदाताओं में काफी नराजगी है। ऊपर से चुनाव जीतने का बाद पिछले एक साल में बिधूडी भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भी कोई खास पैठ नही बना पाये। यह उनपर निर्भर करता है कि वो कितने मतदाताओं एवं कार्यकर्ताओं को रिझा सकते है। इस कमी को पुरा करने के लिए गैर भाजपाइयो को भी अपने साथ मिलाने में कोई कमी नही छोडना चाहतें है। इस कडी में आप से महेश आवाना तथा बसपा से आत्माराम पांचाल को भी मिलाया है।कई सुषमा स्वराज सहित केन्द्रीय मंत्री इस क्षेत्र में चुनावी दौडा कर चुके है तथा गिरीराज सिंह,राजनाथ सिंह जैसे कई केन्द्रीय मंत्री भी दौडा करने वाले हैं। फिर भी बात बन जाये कहना जरा मुश्किल है।
पिछली बार बसपा से हाथी पर चुनाव लड चुके  नरसिंह शाह इस बार भी बसपा से अपनी किस्मत आजमा रहें हैं। पिछली दफा 30,346 वोट लेकर तीसरे स्थान पर थे। इससे उत्साहित होकर  इस बार प्रवासी एवं पूर्वांचलवासी के नाम एवं सहयोग से जी जान लगाये हुये हैं। पिछली बार जैतपुर वार्ज मे दूसरे स्थान पर थे  पर इस बार उनके लगन एवं मेहनत को देखकर कहा जा सकता है कि वो जैतपुर वार्ड में  अपने विरोधियो को अवश्य पीछे छोड सकते हैं।क्योकि सर्वाधिक मतदाता 90.000 जौतपुर वार्ड में है। बसपा के शाह को बदरपुर से जीताने के लिए राम बीर उपाध्याय सहित उ.प्र. के कई पूर्व मंत्री क्षेत्र में चुनावी दौरा कर रहे हैं। स्वंय वसपा के रा. अध्यक्ष मायावती भी गौतमपुरी में 2 फरवरी को आ रही है। नरसिंह शाह जीतने मजबूत होंगे चौ. राम सिंह उतने कमजोर होगे पर इस कमी को र करने के लिए फिलमी हस्ती राज बब्बर सरीखे जोर लगा रहे हैं और खुद काग्रेस के रा. अध्यक्ष सोनिया गाधी भी 1 फऱवरी को मीठापुर में आ रही है। इससे बिधूडी की राह आसान होने के बजाये और उलझ गई है इपर से एक तो नीम दूजे इस बार इनके बीच में झाडू करैला बनके तैयार है इनके अऱमानो  पर झाडू फेरने के लिए तत्पर है।

बदरपुर से कूल 8 प्रत्यासी है  मुख्य मुकाबला इन चारो के बीच में है। पांचवे स्थान पर ओम प्रकाश गुप्ता को एन.टी.पी.सी.कालोनी से 1000-1200 वोट मिलेंगे।तथा शेष पूर्वांचल महापंचायच से प्रमोद कुमार ,समरस समाज से फूल कुमार तथा अन्य निर्दलीय 200-500 के बीच सिमट जायेंगे ऐसी संभावना है पर बदरपुर विधान सभा के समस्त उम्मीद्वार उपने –अपने जीत का दावा कर रहें है ।इस बार जीत किसी का भी हो पर जीत का मार्जिन(अंतर) 5,000 से ज्यादा नहीं रहने की उम्मीद है तथा आज के दिन कहना जरा मुश्किल है कि जीत का सेहरा किसके सिर पर सजेगा। फिर भी जैतपुर वार्ड में पहले स्थान पर नरसिंह शाह,मीठापुर में रामबीर सिंह विधूडी,मोलडबंद में झाडू तथा बदरपुर वार्ड में राम सिह को आगे रहने की संभावना है ।पिछले 20 सालों की  राजनीति बदरपुर में करवट ले चुकी है और दो के विरोध में दो विकल्प खडी हो गई है अब आने वाले दिनों में कौन उम्मीद्वार कितने मतदाताओं को लुभा पाता है इसी पर उसकी जीत निर्भर है।  

बदरपुर विधान सभा से कोई जीते पर इस बार चुनाव में इतिहास रचेगी जनता *लाल बिहारी लाल+

बदरपुर विधान सभा से कोई जीते पर इस बार चुनाव में इतिहास रचेगी जनता
*लाल बिहारी लाल
  बदरपुर । दिल्ली के इस बार चुनाव में बदरपुर से इस बार  8 उम्मीद्वारें में 4 मुख्य प्रतिद्वदी 2013 के चुनावों में भी वही और उसी पार्टी से चुनाव लड रहें है। भाजपा से रामबीर बिधूडी,आप से नरायण दत शर्मा,कांग्रेस से राम सिंह तथा बसपा से नरसिंह शाह अपना-अपना भाग्य पुनः आजमा रहे हैं। ताजा मतदाता सूची के अनुसार बदरपुर में 2,10,000 को आसपास मतदाता हैं इनमें युवाओं की संख्या काफी है और वो वोट भी करतें है। राम वीर बिधूडी विकास
के नाम पर तो राम सिंह किये हुये कामों के आधार पर वोट मांग रहें। वही आप के नरायण दत शर्मा केजरीवाल के 49 दिनो के शासन तथा भविष्य में काम के नाम पर वोटो मांग रहे है तो भाई नरसिंह शाह प्रवासी एवं पूर्वांचलवासी तथा विकास के नाम पर वोट मांग रहें है। इन सभी उम्मीद्वारों के समर्थन में पार्टी के बडे-बडे दिग्गज नेता बदरपुर की धरती को सुशोभित कर रहें है।कांग्रेस से सोनिया गांधी तो भाजपा के सुषमा स्वराज,राजनाथ सिंह, गिरागाज सिंह,मनोज तिवारी,किरण बेदी,प्रभात झा वही बसपा के लिए मायावती,रामबीर उपाध्याय तो आप के संजय सिंह,मनिष शिशौदिया आशूतोशष आदी-आदी।अपने-अपने पार्टी के हक में वोट मांग रहे हैं।
    बसपा के नरसिंह शाह बदरपुर क्षेत्र में पिछले 21 सालों से बंद पडे नालो की साफ-सफाई पिछले दिनों करवाया है जो आज तक किसी नेता ने नहीं करवाया है। दूसरे समाजसेवी के रुप में भी काफी काम किया है,तीसरे इनकी पत्नी शीखा शाह जैतपुर के निगम पार्षद है इसका फायदा भी इन्हें मिल सकता है।
              बदरपुर में वोट  की बात करें तो बैश्य 7 % ,पहाडी 3%, पिछडी जाति 24%,अनुसूचित जाति को 13% मुस्लिम 17%,गुर्जर 18% ब्राह्मण 18% है। पिछली दफा भाजपा के रामबीर विधूडी को 45,344 (34.23 % मत), कांग्रेस के राम सिंह 31,490(23.77 % मत), बसपा से नरसिंह शाह को 30,346(22.91%मत) तथा आप के नरायण दत शर्मा को 20, 833(15.73 %मत ) वोट मिला था। बाकी प्रत्यासी कुछ खास नहीं कर पाये थे।
  इस बार युवाओ,मुस्लिमों  एवं ब्राह्मणों को वोट ज्यादा से ज्यादा आप को पर आप के पुराने कार्यकर्ता शर्मा के काम करने की शैली से काफी नराज है। वही राम सिंह को कुछ मुस्लिमों ,एवं काग्रेस के साथ-साथ उनके अपने कैडर के 18-20 हजार वोट है वो जहा जाते है वही वे जाते हैं। पर कहना मुश्किल है की जीत का सेहरा किसके माथे बंधेगा। भाजपा से बिधूडी को मोदी के समर्थक एवं भाजपा के कैडर वोट तथा उनके अपने वोट भी 15-20 हजार है वो भी उन्हें मिलेगा पर पिछले 13 महिनों में वो ज्यादा अस्वस्थ्यता के कारण पब्लिक के बीच में नहीं रह पाये। इस कमी के दूर करने के लिए बाहरी नेताओं  को भी भाजपा में शामिल कराया गया है। वही बसपा के चुनाव लड रहे नरसिंह शाह की वात करें तो उन्हें अनुसूचित जाति  के कैडर वोट कुछ मुस्लिम वोट तथा कुछ प्रवासी वोट भी उन्हें मिलेंगे। शाह जैतपुर वार्ड में पिछली बार दूसरे नंबर पर थे इसलिए इसबार जी तोड कोशिश कर रहे हैं कि जैतपुर वार्ड में एक नंबर पर रहे तभी तो जीत की राह आसान होगी ।वैसे जैतपुर एवं मीठापुर वार्ड में प्रवासियों की संख्या काफी है लेकिन सभी प्रवासी इन्हें सपोर्ट करे यह संभव नहीं है  क्योकि शाह जनता से नही बल्कि ठीकेदारे के बीच घीरे रहते हैं और दूसरें ये कि पिछले एक साल से जनता से काफी दूर रहें है। फिर भी नहर पार की जनता में इनकी खासी पैठ है।
      बदरपुर में एक कहावत काफी मशहुर है कि एक वार राम सिंह तो दूसरी वार विधुडी पर पहले इनका विकल्प नही था और आज क्षेत्र में इनके दो-दो विकल्प हैं-एक आप के नरायण दत शर्मा तो दूसरे बसपा के नरसिंह शाह है । पर क्षेत्र के मतदाताओं को कौन अपने पक्ष में ज्यादा से ज्यादा  इन दो दिनों में कर पाता है उसी पर इनकी जीत निर्भर है। इसलिए 2015 के चुनाव में आज कहना जरा मुश्किल है कि बदरपुर बिधान सभा क्षेत्र से  कौन उम्मीद्वार जीत पायेगा। फिर भी सभी दल अपने –अपने जीत का दावा कर रहे है। अब दो दिन और इंतजार करते हैं कि इस बार जनता किसे जीतायेगी। इस क्षेत्र से   कोई भी जीते पर इतिहास जरुर बनेगा।
*लेखक लाल कला मंच के सचिव हैं।