बदरपुर विधान सभा से कोई जीते पर इस बार चुनाव में इतिहास रचेगी जनता
*लाल बिहारी लाल
बदरपुर । दिल्ली के इस बार चुनाव में
बदरपुर से इस बार 8 उम्मीद्वारें में 4
मुख्य प्रतिद्वदी 2013 के चुनावों में भी वही और उसी पार्टी से चुनाव लड रहें है।
भाजपा से रामबीर बिधूडी,आप से नरायण दत शर्मा,कांग्रेस से राम सिंह तथा बसपा से
नरसिंह शाह अपना-अपना भाग्य पुनः आजमा रहे हैं। ताजा मतदाता सूची के अनुसार बदरपुर
में 2,10,000 को आसपास मतदाता हैं इनमें युवाओं की संख्या काफी है और वो वोट भी
करतें है। राम वीर बिधूडी विकास
के नाम पर तो राम सिंह किये हुये कामों के आधार पर वोट मांग रहें। वही आप के
नरायण दत शर्मा केजरीवाल के 49 दिनो के शासन तथा भविष्य में काम के नाम पर वोटो
मांग रहे है तो भाई नरसिंह शाह प्रवासी एवं पूर्वांचलवासी तथा विकास के नाम पर वोट
मांग रहें है। इन सभी उम्मीद्वारों के समर्थन में पार्टी के बडे-बडे दिग्गज नेता
बदरपुर की धरती को सुशोभित कर रहें है।कांग्रेस से सोनिया गांधी तो भाजपा के सुषमा
स्वराज,राजनाथ सिंह, गिरागाज सिंह,मनोज तिवारी,किरण बेदी,प्रभात झा वही बसपा के
लिए मायावती,रामबीर उपाध्याय तो आप के संजय सिंह,मनिष शिशौदिया आशूतोशष आदी-आदी।अपने-अपने
पार्टी के हक में वोट मांग रहे हैं।
बसपा के नरसिंह शाह बदरपुर क्षेत्र
में पिछले 21 सालों से बंद पडे नालो की साफ-सफाई पिछले दिनों करवाया है जो आज तक
किसी नेता ने नहीं करवाया है। दूसरे समाजसेवी के रुप में भी काफी काम किया है,तीसरे
इनकी पत्नी शीखा शाह जैतपुर के निगम पार्षद है इसका फायदा भी इन्हें मिल सकता है।
बदरपुर में वोट की बात करें तो बैश्य 7 % ,पहाडी 3%, पिछडी जाति 24%,अनुसूचित जाति को 13% मुस्लिम 17%,गुर्जर 18% ब्राह्मण 18% है। पिछली दफा भाजपा के
रामबीर विधूडी को 45,344 (34.23 % मत), कांग्रेस के राम सिंह 31,490(23.77 % मत), बसपा से नरसिंह शाह को 30,346(22.91%मत) तथा आप के नरायण दत शर्मा
को 20, 833(15.73 %मत ) वोट मिला था। बाकी प्रत्यासी कुछ खास नहीं कर पाये थे।
इस बार युवाओ,मुस्लिमों एवं ब्राह्मणों को वोट ज्यादा से ज्यादा आप को पर
आप के पुराने कार्यकर्ता शर्मा के काम करने की शैली से काफी नराज है। वही राम सिंह
को कुछ मुस्लिमों ,एवं काग्रेस के साथ-साथ उनके अपने कैडर के 18-20 हजार वोट है वो जहा जाते
है वही वे जाते हैं। पर कहना मुश्किल है की जीत का सेहरा किसके माथे बंधेगा। भाजपा
से बिधूडी को मोदी के समर्थक एवं भाजपा के कैडर वोट तथा उनके अपने वोट भी 15-20
हजार है वो भी उन्हें मिलेगा पर पिछले 13 महिनों में वो ज्यादा अस्वस्थ्यता के
कारण पब्लिक के बीच में नहीं रह पाये। इस कमी के दूर करने के लिए बाहरी
नेताओं को भी भाजपा में शामिल कराया गया
है। वही बसपा के चुनाव लड रहे नरसिंह शाह की वात करें तो उन्हें अनुसूचित
जाति के कैडर वोट कुछ मुस्लिम वोट तथा कुछ
प्रवासी वोट भी उन्हें मिलेंगे। शाह जैतपुर वार्ड में पिछली बार दूसरे नंबर पर थे
इसलिए इसबार जी तोड कोशिश कर रहे हैं कि जैतपुर वार्ड में एक नंबर पर रहे तभी तो
जीत की राह आसान होगी ।वैसे जैतपुर एवं मीठापुर वार्ड में प्रवासियों की संख्या
काफी है लेकिन सभी प्रवासी इन्हें सपोर्ट करे यह संभव नहीं है क्योकि शाह जनता से नही बल्कि ठीकेदारे के बीच
घीरे रहते हैं और दूसरें ये कि पिछले एक साल से जनता से काफी दूर रहें है। फिर भी
नहर पार की जनता में इनकी खासी पैठ है।
बदरपुर में एक कहावत काफी मशहुर है कि एक वार राम सिंह तो दूसरी वार विधुडी पर पहले इनका विकल्प नही था और आज क्षेत्र में इनके दो-दो विकल्प हैं-एक आप के नरायण दत शर्मा तो दूसरे बसपा के नरसिंह शाह है । पर क्षेत्र के मतदाताओं को कौन अपने पक्ष में ज्यादा से ज्यादा इन दो दिनों में कर पाता है उसी पर इनकी जीत निर्भर है। इसलिए 2015 के चुनाव में आज कहना जरा मुश्किल है कि बदरपुर बिधान सभा क्षेत्र से कौन उम्मीद्वार जीत पायेगा। फिर भी सभी दल अपने –अपने जीत का दावा कर रहे है। अब दो दिन और इंतजार करते हैं कि इस बार जनता किसे जीतायेगी। इस क्षेत्र से कोई भी जीते पर इतिहास जरुर बनेगा।
*लेखक लाल कला मंच के सचिव हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें