गुरुवार, 18 नवंबर 2021

जानी मानी उपन्यासकार मन्नू भंडारी नहीं रही

 उपन्यासकार मन्नू भंडारी नहीं रही

लाल बिहारी लाल



नई दिल्ली । हिंदी की सुप्रसिद्ध कहानीकार मन्नु भण्डारी का जन्म 3 अप्रैल 1931 में म.प्र. में मंदसौर जिले के भानपुरा गाँव में हुआ था। इनके  बचपन का नाम महेंद्र कुमारी था। इन्होने लेखनी के लिए अपना उपनाम मन्नू रखा औऱ लेखनी के धार इनकी काफी पसंद की गई और इनका नाम काफी मशहूर हो गया। उन्होंने एम ए तक शिक्षा ग्रहण किया और कई वर्षों तक दिल्ली के मिरांडा हाउस में अध्यापिका रहीं। हिंदी की लोकप्रिय पत्रिका धर्मयुग में सन 1971 में इनकी उपन्यास आपका बंटी   धारावाहिक रूप से प्रकाशित हुआ जो विवाह के बाद विच्छेद के के बाद बच्चों के पीड़ा को ब्यथा पर आधरित थी जो काफी लोकप्रियता हुई। इन्हें हिन्दी अकादमीदिल्ली का शिखर सम्मानबिहार सरकारभारतीय भाषा परिषदकोलकाताराजस्थान संगीत नाटक अकादमी,ब्यास सम्मान और उत्तर-प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा पुरस्कृत किया गया था। मन्नू भंडारी विक्रम विश्वविधियालयउज्जैन में प्रेमचंद सृजनपीठ की अध्यक्षा भी रहीं। इनकी कहानी यही सच है पर आधरित रजनीगंधा नामक फिल्म 1974 में बनी जो काफी लोकप्रिय हुई थी  और इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार भी मिला था। लेखन का संस्कार उन्हें विरासत में मिला। उनके पिता सुख सम्पतराय भी जाने माने लेखक थे। इनका लंबी बीमारी के बाद 15 नवंबर,2022 को निधन हो गया इन्हें विनम्र श्रद्दांजलि है।
 

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