हिन्दी साहित्य जगत में सशक्त हस्ताक्षर " लाल बिहारी लाल "
हिन्दी
साहित्य जगत में सशक्त हस्ताक्षर " लाल बिहारी लाल
"
हिन्दी साहित्य जगत
में सशक्त हस्ताक्षर " लाल बिहारी लाल " हैं।लाल जी भारत सरकार में
नौकरी करने के साथ-साथ
पर्यावरण, जीव-जंतु और
मानवीय मुल्यों के सरोकार के सम्बन्ध में बराबर कार्यरत हैं
।साहित्यिक सृजन ,पर्यावरण, जागरूकता व
सामाजिक चेतना को नई धार ,नई दिशा
प्रदान करने वाले,सरलता एवं
सहजते के प्रतीक ,विनम्रता के
पर्याय, बहुआयामी
व्यक्तित्व के धनी लाल बिहारी लाल जी ने अपने लेखन और सामाजिक चेतना के प्रति जुनून
से दिल्ली प्रदेश ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ा है। ये अपनी लेखनी के
माध्यम से विभिन्न अवसरों पर
संगोष्ठी सभाओं व कवि सम्मेलनों के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूकता की अलख
जगाने का कार्य करते रहे हैं। आज उनके 10 अक्टूबर के अवसर पर जन्म दिवस पर
मेरी शुभकामना है की वे अपने पुनित कार्यों के पथ पर सदैव निर्बाध रुप से
अग्रसर रहें और आने वाली पीढ़ी के मार्गदर्शक, प्रेरणा स्रोत बने रहें ।
आरती आलोक
वर्मा, कवयित्री
(सिवान, बिहार)
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