(बेटी के उपर बढ़ रहे कुकृत पर आधारित )
भोजपुरी गीत– बेटी के भाग......
*लाल बिहारी लाल
कावना
कलम से भाग लिखल बिधाता
बेटी
के दुख दिने दिन बढ़ल जाता
या
बेटी के दिने दिन इज्जत लूटाता
माई
के दारजा मिलल रहे ई समाज में
काहे
घून लागल जाता देखी ई रिवाज में
जगे-जगे
बेटी के )2 इज्जत लुटाता
बेटी
के दुख दिने दिन बढ़ल जाता
माई
बहिन बेटी होला सब समाज के
बेटिये
से वंस बढ़ी सकल समाज के
मुंशी
,दरोगा सुन)2 सुन ए विधाता
बेटी
के दुख दिने दिन बढ़ल जाता
तनिका
ध्यान दीही भाई संस्कार पर
बढ़िया
समाज बनी अच्छा बिचार पर
काहे
दिने दिन)2 कुकरम बढ़ल जाता
बेटी
के दुख दिने दिन बढ़ल जाता
पाण.,सी.एम
सुन अभ आगे आव
बेटी
के टांका रोज टुटे से बचाव
लाल
बिहारी देख) 2 हाल शरमाता
बेटी
के दुख दिने दिन बढ़ल जाता
-लाल
बिहारी लाल, नई दिल्ली
फोन-7042663073,
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