बुधवार, 16 नवंबर 2016

मोदी के फरमान से जनता हो रही परेशान

मोदी के फरमान से जनता हो रही परेशान-
लाल बिहारी लाल
नई दिल्ली।सन 2014 में 16वीं लोक सभा के लिए चुनाव के समय भाजपा ने काला धन को प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाया था। शासन में आने के बाद काला धन पर एक जाँच टीम गठन भी किया था। दो साल से उपर होने के बाद आज तक कोई खास प्रगति नहीं होते देख जनता में काफी आक्रोश बढ़ रही थी औऱ निकट भविष्य में पाँच राज्यों में चुनाव होना है। इसलिए जनता को शांत कराने एवं वोटरों को लुभाने के उदेश्य से  मोदी सरकार ने बिना  तैयारी के नोट बंदी का फरमान देशवासियों के लिए जारी कर दिया जिससे देश की समस्त जनता काफी परेशान हो रही  है।
    लोगों दवारा वैध एंव अबैध तरीके से कामाया गया धन जो कर(Tax) की बचत के लिए चलन से बाहर कर दी जाती है वो  काला धन का रुप ले लेती है। काला धन और भ्रष्टाचार मुक्त शासन के नारों से सत्ता में आई भाजपा सरकार ने देश को समृद्ध बनाने के उद्देश्य से कालाधन विदेशों से वापस लाने में नकाम रही तो देश में ही कई प्रभावी कदम उठाने की तैयारी आरम्भ कर दी है । और इसी क्रम में पछले 8 नवंबर को हमारे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में प्रचलित सभी पुराने 500 और 1000 के नोटों के चलन पे रोक लगाने की घोषणा कर दी।
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नवंबर 2016 को संध्या में देशवासियों के नाम अपने  संबोधन में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने अचानक से चौंकाते हुए घोषणा की कि आज मध्य रात्रि (12.00 बजे) से देश में प्रचलित सभी पुराने 500  1000 रू के नोट बैध नहीं माने जाएंगे तथा ये सारे नोट शीघ्र ही वापस लिए जाएंगें और इनके बदले जनता को नए  2000 के नोट उपलब्ध कराए जाएगें और बाद में 500-500 रु.के भी। । प्रधानमंत्री ने जनता से भी कालाधन व भ्रष्टाचार पे रोकथाम के लिए सहयोग की अपेक्षा जताते हुए देश में प्रचलित सभी पुराने 500  1000 रू के सभी नोटों को 10 नवंबर से अपने नजदीकी बैंकों में एक खाते में अधिकतम 2,50,000रु. तक जमा करा सकने एवं नए नोटों को 4,000 तक बदलने की प्रक्रिया शुरु कर दी पर बैंको में नये नोट के अपर्याप्त उपलब्धता से देश के सारे लोग लाइन में लग गये।इससे जनता को काफी परेशानी होने लगी इस परेशानी को कम करने के लिए सार्वजनिक जगहो पर पहले 11 तारीख, फिर 14 तारीख,18 तारीख औऱ आज 24 तारीख तक पुराने नोट लेने की घोषना की गई।यह नकाफी साबित हो रहा है ए.टीम.एम से 2,000 के बदले 2,500 रु. प्रति नग औऱ प्रति ब्यक्ति प्रतिदिन निकालने की सुविधा तो दी गई पर ए.टीम.एम में मांग के अनुरुप धन उपलब्ध नहीं कराया गया।कम राशि की वजह से लोग बार बार कतार में खड़े हो रहे है जिससे लंबी लंबी कतारे लग रही है।जिसे लोग दर बदर की ठोकरे खा रहे हैं। इस स्थिति में तीसरे सबसे अहम बात की कोई भी ए.टी.एम.को उपटूडेट नहीं किया गया जिससे और परेशानी बढ़ी।ए.टी.एम में कुल चार ट्रे होते है उपर से नीचे की ओर पहले 100रु. का दूसरा 500 रु. का तीसरा 1000रु. का औऱ चौथा पुनः 500 रु. का एक ट्रे में अधिकतम 2500 नोट आते है इस तरह मात्र 100रु. के नोट ही चलन में रहने के कारण 2,50,000 ही एक बार में डल पाता है।औऱ पहले मात्र 125 लोगो को ही मिल पाता था और सीमा 2000से बढ़ाकर 2500 करने पर मात्र 100 लोगो को ही यहा एक बार लोड करने पर धन मिल पायेगा।केन्द्रीय वित मंत्री अरुण जेटली ने खुद स्वीकार किया है कि ए.टीम.एम को ठीक होने में 15-20 दिन का कमसे कम वक्त लगेगा।    प्रधानमंत्री ने हो रही परेशानियें के कारण भावनात्मक अपील  की और 50 दिनों का मौका मांगा।अब देखते है की जनता इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।  500  1000 के नोटों पे एकाएक लगाए गए प्रतिबंध से पहले मोदी ने प्रजेक्ट लीक होने की संभावना के तहत कुछ नहीं किया पर लगभग 2-3 माह पहले बाजार में 100 के नोट ए.टीम.एम के माध्यम से आम जनता के बीच पहूँचाया जा सकता थे क्योकिं 2000 को नोट बाजार में छूट्टे की कमी से चलाने में काफी दिक्त हो रही है। अब बाजार में 500 रु. के नोट भी आने लगे पर सिर्फ दिल्ली औऱ भोपाल शहरो के चुनिंदा बैंको में ही उपलब्ध है जिससें काफी परेशानी हो रही है।आम जनता को भी खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । जैसे कि जेब में पैसे होते हुए भी लोगों को राशन, दुध,सब्जी व घर की जरूरी सामान खरीदने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । जेब में पैसे होते हुए भी खुदरा के अभाव में होटलों व रेस्टोंरेंटों में भूख से बेहाल लोगों को खाना नहीं मिल रहा है ।पहले दिन ग्रेटर नोयडा में कई राजनयिको को खाने-पीने में परेशानी हुई तो जिला धिकारी के हस्तक्षेप के बाद उधार दिया गया। व्यवसाय ठप पड़ा है । आमदनी रूक गई है । लोग स्कूल-कॉलेजों की फीस तक नहीं भर पा रहें है ।एक तरह से कहें तो सारा सिस्टम अघोषित एमरजेंसी के हालात से गुजर रहा है । पर फिर भी लोग खुश हैं । इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए अपने प्रधानमंत्री पे गर्व कर रहे हैं हर बार की तरह इस बार भी उनके साथ खड़े हैं ।
   
हमारे देश को आजाद हुए आज लगभग 69 साल हो गए । पर आज भी देश में आर्थिक असामनता एक बोझ बना हुआ है । आज भी एक तरफ जहां देश में गरीबी और भूखमरी है । तो वहीं दूसरी तरफ असीमित ऐसो-आराम भरी जिंदगी है। कहीं लोग भूख से दम तोड़ रहे हैं तो कहीं लोग पार्टियों में रोज पानी की तरह पैसा बहा रहें हैं । शायद  असामनता  को कम करने में मदद मिल सके। ऐसे में सरकार द्वारा कालाधन पे लगाम लगाने हेतु लिया गया ये फैसला लोगों में सामाजिक सामानता की आश जगाने लगा है ।
    
आज देश में हर ओर लोग भ्रष्टाचार से परेशान हैं । भारत के हर सरकारी विभागों में भारी मात्रा में भ्रष्टाचार व्याप्त है । आम जनता को हर छोटी-बड़ी जरूरतों के लिए भी भ्रष्टाचार का शिकार बनना पड़ता है । भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे अफसर-नेता आज भ्रष्टाचार में कमाये हुए नोटों के कारण हैरान-परेशान हैं । ऐसे में भ्रष्टाचार के कारण अपने मेहनत की गाढ़ी कमाई गंवाने वाली आम जनता में खुशी की लहर दिखना एक आम बात है ।
  
कालाधन पे लगाम लगाने हेतु भारत सरकार द्वारा लिए गए इस ऐतिहासिक फैसला पर सबसे अधिक प्रभाव धन्ना सेठों व भ्रष्टाचारियों पे ही असर पड़ने वाला है । भारत में अधिकतर लोग टैक्स देने से बचने के तरीके तलासते हैं । ऐसे में वे अपने कमाए पैसों को बैंको में रखने के बजाये घर व अन्य किसी जगह पर छिपाकर रखते हैं और कर देने से बच जाते हैं । पर सरकार द्वारा अचानक 500  1000 के नोटों को बंद कर दिये जाने से ऐसे लोग खासा मुश्किल में आ गये हैं ।  मीडिया में आई रिपोर्टों को माने तो एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधान मंत्री के इस साहसिक कदम से भारत सरकार को आनुमानिक तीन लाख करोड़ रूपये के लाभ होने की उम्मीद है । अर्थात सरकार के इस ऐतिहासिक कदम ने भारत को कुछ कदम आगे ले जाने की दिशा में मदद मिल सकती है । 1000,500 के नोटों के बंद होते ही कालाधन के स्वामियों का अपने तिजोड़ी के दरवाजे को खोलना बेहत जरूरी हो गया है। पर 2000 के चलाने से फिर काला धन बहुत सा लोग इक्ठ्ठा कर लेगें। प्रधानमंत्री के इस एक वार ने देश के गद्दारों को चारों खाने चित्त कर दिया है । देश में भरे हुए नकली पैसों के कारोबारीयों से लेकर आतंकवाद फैलाने वालों तक के जड़ों पे मोदी ने जबरदस्त वार कर दिया है। जिससे ऐसे सारे पैसे आज बेकार और रद्दी बन गए हैं ।मोदी के इस कदम से देश में शासन क्षेत्र मे कुछ ईमानदारी एवं पार्दशिता आने की संभावना प्रबल हुई है।आशा है इस परेशानी से शीघ्र ही निजात देशवासियों को मिल जायेगी।
     

सचिव-लाल कला मंच,नई दिल्लीEmail-lalkalamunch@rediffmail.com

रविवार, 6 नवंबर 2016

छठ पूजा के अवसर पर खऱना के समय लाल बिहारी लाल

छठ पूजा के अवसर पर खऱना के समय लाल कला मंच की अध्यक्षा श्रीमती सोनू गुप्ता। 

 छठ पूजा के अवसर पर खऱना के समय लाल बिहारी लाल के बड़े लाल रवि शंकर । 

  छठ पूजा के अवसर पर खऱना के समय लाल बिहारी लाल के छोटे लाल कृपा शंकर । 

 छठ पूजा के अवसर पर खऱना के समय लाल बिहारी लाल छठी मइया को स्मरण करते हुए।। 

शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2016

दीपावली पर कविता- दो-दो दीप जलायें आज

दो-दो दीप जलायें आज
            **लाल बिहारी लाल

दो-दो दीप जलायें आज
खुशियों बरसे सारी रात I

एक दीप हो अपने लिये
दूजे हो पडोसी के हाथ
एक दीप दीन-दुखियो खातिर
दूजे हो अमिरों के साथ ।
दो-दो दीप जलायें आज......

एक दीप से दूर अंधेरा
दूजे करे भाईचारे की बात
एक दीप से रौशन घर–आंगन
दूजे से रौशन जग-संसार।
दो-दो दीप जलायें आज......

एक दीप से जले बुराई
दूजे से फैले अच्छाई
आस-पास हो साफ सफाई
दिग-दिगंत फैले यह बात
दो-दो दीप जलायें आज.......


एक तो दूर पटाखों से
दूजे दूर चीनी लाइटों से
दीप जलायें मिट्टी का
दे लाल को ये सौगात
दो-दो दीप जलायें आज......



सचिव-लाल कला मंच,नई दिल्ली-44


मंगलवार, 18 अक्टूबर 2016

लाल बिहारी लाल का 43 वां जन्मोत्सव भी मनाया गया

लाल कला मंच का 13 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया

लाल बिहारी लाल का 43 वां जन्मोत्सव भी मनाया गया  
सोनू गुप्ता।
नई दिल्ली। समाजिक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक क्षेत्र में सक्रिय संस्था लाल कला मंच का 13वाँ स्थापना दिवस मीठापुर चौक पर धूमधाम से बुंदेलखंड से पधारे बरिष्ठ साहित्यकार श्री राधेश्याम गुप्ता की अध्यक्षता एवं का. जगदीश चंद्र शर्मा  आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में संस्था के सचिव पर्यावरण प्रेमी एवं दिल्ली रत्न लाल बिहारी लाल का 43 वाँ जन्म भी दिवस मनाया गया। इस अवसर हमारा पूर्वांचल साप्ताहिक पत्रिका के संपादक रमाधार पांडे एवं अतिथियों द्वारा लाल कला मंच के संस्थापक सचिव एवं पत्रकार लाल बिहारी लाल को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। श्री लाल को दिल्ली के कई कवियों सहित, कई पत्रकार एवं नेता इन्हें जन्म दिन की बधाई देने पहूँचे उनमें फरीदाबाद से शिव प्रभाकर ओझा,दिवाकर मिश्रा,गिरीश मिश्रा नोयडा से वरिष्ठ पत्रकार राज कुमार अग्रवाल ,संतोष तिवारी,लक्ष्मी नगर से नीरज पांडे,दिल्ली से मास्टर गिरीराज शर्मा गिरीश ने लाल बिहारी लाल के लगन के देख कर  कहा- कुछ किया कर कुछ किया फार पजामा सिया कर ,काजल चौबे, के,पी.,सिंह,जावेद असलम,तुलसी दास शर्मा,जय प्रकाश गौतम। नेताओं में का.जगदीश चंद्र शर्मा, मलखान सैफी, विजय प्रकाश, प्रेम कुमार गौतम, नान्हें प्रसाद,लोकनाथ शुक्ला, भगत सिंह आदी क्षेत्र के कई गन्यमान्य उपस्थित थे। इस अवसर पर कवियों ने अपनी-अपनी कविता लाल बिहारी लाल के उपर सुनाया।सबसे ज्यादा बाहाबही सुरेश मिश्र अपराधी की कविता पर रही-        
          करे समाज सेवा नित्य पर्यावरण का रखे ख्याल।
         क्षेत्र में अजब मिशाल,युग-युग जीयो बिहारी लाल।।
   का. जगदीश चंद्र शर्मा ने कहा- कि लाल बिहारी लाल लाल कला मंच के तहत क्षेत्र के नवोदित बच्चों को रंग अबीर उत्सव के माध्यम से मंच प्रदान करते है एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के माध्यम से उनका भविष्य सवांरने में भी सहयोग करते हैं। रामाधार पांडे ने कहा कि लाल कला मंच एवं लाल बिहारी लाल दोनों के कार्य़ सराहनीय है। हमारा पूर्वांचल के दिल्ली ब्यूरो के रुप में अपना काम बा-खूबी निभा रहे हैं। वही शिव प्रभाकर ओझा ने कहा कि नवोदित कवियों एवं लेखकों  को लाल कला मंच के सहयोग से मौका दिया जाता है। 

  अध्यक्षीय वक्तब्य में राधेश्याम गुप्ता ने कहा- कि लाल कला मंच पिढले 13 सालों से साहित्य ,पर्यावरण एवं संस्कृति के क्षेत्र में बदरपुर ही नही बल्कि दिल्ली में काफी जानी-मानी संस्था है औऱ अपने क्षेत्र में काफी काम कर रही है। लाल बिहारी लाल का नाम भी सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों में दिल्ली एवं ए.सी.आर में अदब से लिया जाता है। लाल कला मंच एवं लाल बिहारी लाल का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है।  लाल बिहारी लाल ने कहा कि आप लोगो का स्नेह एंव प्यार मिलता रहा तो यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा। अन्त में संस्था के अध्यक्ष सोनू गुप्ता ने आये हुए सभी अतिथियों,कवियो एंव अन्य सभी को हार्दिक धन्यवाद दिया।
प्रस्तुति- अध्यक्ष लाल कला मंच,नई दिल्ली




शुक्रवार, 30 सितंबर 2016

गांधी जयंती पर लाल बिहारी लाल की कविता-गांधी तेरे देश में

गांधी जयंती पर लाल बिहारी लाल की कविता

कविता- गांधी तेरे देश में

लाल बिहारी लाल

गांधी जी तेरे देश में हो रहा अजब कमाल
जनता भूखें  मर रही नेता मालामाल
गांधी जी तेरे देश में हो रहा अजब कमाल

कुछ तुम खाओ कुछ हम खायें गीत ईमान का गाये
मरे जनता चाहे भाड में जाये हम इतिहास बनाये
लुट खसोट का जग में)2 हो रहा अजब कमाल
गांधी जी तेरे देश में ..........

काम ना होय तुम बिन डंका बाजे चहु ओर
लाख करे गलती फिर भी मांफी ना मांगे चोर
दुनिया के इस दौड़ में)2 भारत है  बे-हाल
गांधी जी तेरे देश में ..........

जात पात की आड़ में धू-धू जल रहा देश
नेता माल दबा के खायें,बाहर करे निवेश
जनता पर कर लगा के)2हो गये मालामाल
गांधी जी तेरे देश में ..........

कही अंबानी,कही अदानी,राम देव की चर्चा
जनता कर रही त्राहि-त्राहि लेके हाथ में पर्चा
जीओ से जीना सिखला के)2 देश करे कंगाल
गांधी जी तेरे देश में ..........

अच्छे दिनों की आस में जनता हुई उदास
छोड़-छाड़ दो फेंकना काम करो अब खास
जनता मांगे जबाब अब)2 अखियां करके लाल
गांधी जी तेरे देश में ..........

सीमा पर सेना शहीद,नेता मनाये ईद –बकरीद
लाल बिहारी लाल करे सवाल कब उठी शमसीर
अब तो होश में आ जाओ)2 कर दो हल सवाल
गांधी जी तेरे देश में ..........


सचिव-लाल कला मंच, नई दिल्ली
फोन-9868163073 या 7042663073



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लेखक-परिचय
लाल बिहारी गुप्ता उर्फ लाल के बिहार के छपरा जिला में जन्में पिछले तीन दशक से हिन्दी एवं भोजपुरी में सतत लेखन। पसंदीदा विषय समाजिक मुद्दे पर्यावऱण एवं श्रृंगार देश के कई पत्र-पत्रिकाओं में  सैकड़ो कविता प्रकाशित। 5 पुस्तको का संपादन कर चुके है। देश के विभिन्न संगीत कंपनियो हेतु 60 कैसेट 12 वी.सी.डी. के तहत 100 से ज्यादा गीत बजार में जिनमें टी.सीरीज, एच,एम.वी.,वीनस सहित अन्य कंपनियाँ शामिल है से।इनकी भोजपुरी कविता क्रांति बी.आर. अंबेडकर विहार विश्वविद्यालय,मुजफ्फरपुर के स्नातक एवं नालंदा ओपेन विश्वविद्यालय   (बिहार) पाठ्यक्रम में शामिल है। वर्तमान में लाल कला मंच,बदरपुर,नई दिल्ली के संस्थापक सचिव तथा हमारा मैट्रो हिन्दी दैनिक के साहित्य संपादक है। फोन-7042663073,
मेल आई डी-lalkalamunch@rediffmail.com








भोजपुरी गीत –आइल रहस गांधी जी..........

भोजपुरी गीत –गाँधी जी पर
        
*लाल बिहारी लाल

आइल रहस गांधी जी भारत में संत बन के
उनके परिश्रम से मुक्ति मिलल गोरन से

विगुल बाजल आजादी के सहर आ गांवे-गांव
केतना देले कुरबानी भइल भारत में नाव
अइसन महात्मा से अंगरेज भी डर गइले   
आइल रहस गांधी जी ............. 

केतना गो नर नारी,गांधी के साथे अइले
क्रांति के मसाल के अहिंसा से जलइले
सदी में जे ना भइल, बरिस में करी गइले
आइल रहस गांधी जी ............. 


चौरा-चौरा के घटना चाहे हो दांडी मार्च
लंदन में गोलमेज हो चाहे बिहार मार्च
सबका हीरो गांधी जी देखत-देखत हो गइले
आइल रहस गांधी जी .............

बटवले हाथ गांधी जी के नेहरु आउर सुभास
भगत आउऱ चंदशेखर से बढ़ गइल विस्वास
देखत देखत पटेल गांधी के संगे अइले
आइल रहस गांधी जी .............

करो मरो के नारा , अंगरेजों भारत छोड़ों
भइल गदर क्रांति लड़ो अब मुँह ना मोड़ों
लाल बिहारी लाल कहेले ई बात तन-तन के
आइल रहस गांधी जी .............
सचिव-लाल कला मंच,नई दिल्ली-44
lalkalamunch@rediffmail.com

लेखक-परिचय
लाल बिहारी गुप्ता उर्फ लाल के बिहार के छपरा जिला में जन्में पिछले तीन दशक से हिन्दी एवं भोजपुरी में सतत लेखन। पसंदीदा विषय समाजिक मुद्दे पर्यावऱण एवं श्रृंगार देश के कई पत्र-पत्रिकाओं में  सैकड़ो कविता प्रकाशित। 5 पुस्तको का संपादन कर चुके है। देश के विभिन्न संगीत कंपनियो हेतु 60 कैसेट 12 वी.सी.डी. के तहत 100 से ज्यादा गीत बजार में जिनमें टी.सीरीज, एच,एम.वी.,वीनस सहित अन्य कंपनियाँ शामिल है से।इनकी भोजपुरी कविता क्रांति बी.आर. अंबेडकर विहार विश्वविद्यालय,मुजफ्फरपुर के स्नातक एवं नालंदा ओपेन विश्वविद्यालय   (बिहार) पाठ्यक्रम में शामिल है। वर्तमान में लाल कला मंच,बदरपुर,नई