सोमवार, 26 फ़रवरी 2018

अधूरे एहसास’ एवं ‘काव्य कामिनी’ काव्य संग्रह का भव्य लोकार्पण

अधूरे एहसास’ एवं ‘काव्य कामिनी’ काव्य संग्रह का भव्य लोकार्पण

लाल बिहाली लाल




नई दिलली।  हिन्दी भवन में उपरोक्त वर्णित काव्य संग्रहों का अनुराधा  प्रकाशन के आयोजन में डा. रामप्रकाश शर्मा, श्रीमती सीमा गुप्ता, श्री नरपाल यादव, श्रीमती कविता मल्होत्रा, श्रेया आनन्द, कंचन गुप्ता, मनमोहन शर्मा ‘शरण’, जसवन्त सिंह तंवर द्वारा  अनक साहित्यकारों व समाजसेवियों की उपस्थिति में भव्य लोकार्पण हुआ । 
      पिछले दिनों अनुराधा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘मनदर्पण’ को जम्मू में आयोजित भव्य समारोह में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने लोकार्पित किया था। आज प्रभु कृपा है कि दो पुस्तकों के लिए हम एकत्र हुए किन्तु अनुराधा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित अनेक पुस्तकों–‘पीहू पुकार’, ‘जीवन पथ’, हिन्दी के आधू निक पौराणिक प्रबन्ध  काव्यों में पात्रों का चरित्र चित्रण’, के साथ–साथ ‘उत्कर्ष मेल न्यूज पार्टल’ का भी लोकार्पण हुआ ।
            इसके उपरान्त मंच संचालक जसवन्त सिंह तंवर ने उपस्थित कवियों व समाजसेवियों का  मनमोहन शर्मा के हाथों अंगवस्त्र ओढ़ाकर सम्मान कराया । डा– सरला सिंह, शुभदा वाजपेयी, श्री प्रदीप अग्रवाल ‘प्रदीप्त’, श्री रवीन्द्र जुगरान, श्री लाल बिहारी लाल, श्री आनन्द, श्रीमती रीता सिन्हा, श्री एस–एन– गुप्ता, अर्षिता रंजन,लाल बिहारी लाल आदि प्रमुख थे ।
        इसके उपरान्त श्रीलाल बिहारी लाल, श्री रविन्द्र जुगरान, अर्पित रंजन ने काव्य पाठ किया । डॉ. रामप्रकाश शर्मा (सदस्य, हिन्दी सलाहकार समिति रक्षा मंत्रालय) ने विद्वतापूर्वक अपने विचार रखते हुए दोनों कवयित्रियों को बधाई दी ।महूशर शायरा सीमा गुप्ता ने दोनों कवयत्रियों का उनकी पुस्तक लोकार्पण पर बधाई  दी। सीमा ने अपनी गज़ल नज्म पढ़कर सुनाई । सीमा गुप्ता ने ‘उत्कर्ष मेल न्यूज पोर्टल’ के लोकार्पण पर बधाई देते हुए कहा कि भारत का यह  भारता का पहला अनुराधा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित ‘उत्कर्ष मेल’ समाचार पत्र व न्यूज पार्टल है जो अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यकारों को भी मंच भव्यता से प्रदान कर रहा है जिसको अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर भी प्रशंसा मिल रही है ।इसके बाद जसवन्त सिंह ने अपनी हास्य रचनाओं द्वारा श्रोताओं का मन मोह लिया । अन्त में अपयक्षीय हेतु श्री नरपाल यादव को आंमत्रित किया । उन्होंने अपने सारशीर्भत विचारो से सभी श्रोताओं का ज्ञानवर्धन किया व दोनों कवयित्रियों को बधई दी ।पूरे कार्यक्रम के संयोजन में अनुराधा प्रकाशन की सुजाता ने अच्छी भूमिका निवर्हन की । ‘उत्कर्ष’ ने उनका सहयोग किया ।



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