भोजपुरी को संविधान
में शामिल करने की मांग फिर उठी
लाल बिहारी
लाल
नई दिल्ली। भारत-
नेपाल सीमांचल शहर रक्सौल के हजारीमल हाई स्कूल में भोजपुरी समाज द्वारा भोजपुरी को
संविधान की आंठवी अनुसूची में शामिल करने की मांग उठी। कार्यक्रम की शुरुआत भोजपुरी जन--जागरण अभियान के राष्ट्रीय
अध्यक्ष श्री संतोष पटेल,भोजपुरी के कवि डा० गोरख प्रसाद मस्ताना , प्रो० अनिल कुमार सिन्हा ,भरत प्रसाद गुप्ता ,डा०चन्द्रमा सिंह ,सुरेश कुमार वार्ड पार्षद ,जय कुमार अजय ,प्रो०
मनीष दूबे ,प्रो० धनन्जय कुमार श्रीवास्तव आदि ने
दीप प्रज्वलित कर किया |
इस समारोह का आयोजन नागरिक चेतना मंच ,रक्सौल एवं ग्राम स्वराज मंच ,आदापुर ने संयुक्त रूप से किया था | समारोह की अध्यक्षता नागरिक चेतना मंच के
अध्यक्ष प्रो० अनिल कुमार सिन्हा ने की
एवं मंच का संचालन ग्राम स्वराज्य मंच के अध्यक्ष श्री रमेश सिंह ने किया | समारोह में भोजपुरी के विद्वान कवि डा० हरीन्द्र हिमकर ,प्राचार्य-महिला कालेज ,रक्सौल
,सांसद प्रतिनिधि राजकिशोर भगत ,गुड्डू सिंह ,रजनीश
प्रियदर्शी ,सुरेश बाबा , जिला अध्यक्ष ,सीमा
जागरण मंच ,उदय सिंह ,राजेश कुमार शिक्षक ,आजम फैज़ ,हर्षित
रौनियार ,विक्की साह ,शिवशंकर राम ,गोरख
राम, नितेश कुमार पटेल ,काशीनाथ पासवान ,रामेश्वर
प्रसाद यादव ,विनोद कुशवाहा ,दुर्गेश साह ,परमानन्द
सहनी ,हीरालाल कुशवाहा आदि भरी संख्या में समाज के सभी
वर्गों के लोग उपस्थित थे | भोजपुरी को मान-सम्मान मिलने तक
संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया गया वही श्री संतोष पटेल जी ने दिल्ली के
जंतर-मंतर पर 15 नवम्बर से होने वाले धरना में भारी संख्या में भाग लेने की अपील की | नागरिक चेतना मंच और ग्राम स्वराज मंच द्वारा शीघ्र ही केन्द्रीय विश्यविद्यालय में भोजपुरी की पढाई की मांग को लेकर धरना का
आयोजन किया जायेगा |
*लेखक-भोजपुरी आंदोलन से संबद्ध है
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