शुक्रवार, 8 अप्रैल 2016

लाल बिहारी लाल की भोजपुरी कविता बेटी

भोजपुरी गीत- बेटी

लाल बिहारी लाल

आव आज बेटी बचावल जाव
अलख घरे-घरे जगावल जाव
आव आज.............

रोजो-रोज घटता बेटी के आबादी
समाज में दिनों-दिन फइलता खराबी
भरुण-हत्या रोक बचावल जाव
अलख घरे-घरे...............

बेटी के बिना कवनों वंश ना चली
बेटी के बिना जग में मची खलबली
आव जिनगी के बचावल जाव
अलख घरे-घरे...............

बेटी बेटा में कवनों फरक ना जान
बेटी के बेटा अइसन अब त मान
आव मानव के बचावल जाव
अलख घरे-घरे...............

लाल खातिर भागमभाग कइल अब छोड़
दुनिया बचावे खातिर बेटी से नाता जोड़
चल लाल के समझावल जाव
अलख घरे-घरे...............

सचिव –लाल कला मंच,नई दिल्ली
फोन -9868163073/7042663073

 

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