भोजपुरी
गीत- बेटी
लाल
बिहारी लाल
आव
आज बेटी बचावल जाव
अलख
घरे-घरे जगावल जाव
आव
आज.............
रोजो-रोज
घटता बेटी के आबादी
समाज
में दिनों-दिन फइलता खराबी
भरुण-हत्या
रोक बचावल जाव
अलख
घरे-घरे...............
बेटी
के बिना कवनों वंश ना चली
बेटी
के बिना जग में मची खलबली
आव
जिनगी के बचावल जाव
अलख
घरे-घरे...............
बेटी
बेटा में कवनों फरक ना जान
बेटी
के बेटा अइसन अब त मान
आव
मानव के बचावल जाव
अलख
घरे-घरे...............
लाल
खातिर भागमभाग कइल अब छोड़
दुनिया
बचावे खातिर बेटी से नाता जोड़
चल
”लाल”
के समझावल जाव
अलख
घरे-घरे...............
सचिव
–लाल कला मंच,नई दिल्ली
फोन
-9868163073/7042663073
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