मंगलवार, 10 नवंबर 2015

बिहार में मोदी की नहीं गली दाल-लाल बिहारी लाल

बिहार में मोदी की नहीं गली दाल-लाल बिहारी लाल
 
नई दिल्ली। सन् 2014 के राष्ट्रीय चुनाव में जनता ने महँगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस गठबंधन को सता से हटाकर भाजपा को प्रचंड बहुमत से जीताया था। भाजपा ने नारा दिया था नरेन्द्र मोदी आयगे अच्छे दिन लायेगे। इस अच्छे दिनों की आश में गुजरात के विकास में मोदी के हाथ को देखकर महाराष्ट्र और हरियाणा की जनता ने भी प्रचंड बहुमत दिया।मोदीका काम को धीरे-धीरे लोगो ने हकीकत में देशना शुरु किया और इनके काम का प्रदर्शन और केजरीवाल के वादों के पीछे दिल्ली में जनता ने मोदी को हरा दिया। दिल्ली के बाद बिहार में चुनाव हुआ पर पिछलो 17-18 महिनों में नरेन्द्र मोदी का तिलिस्म धीरे-धीरे देश में कम होने लगा क्योंकि जनता अच्छे दिनों की आश में आज भी पलके बिछायें इंतजार कर रही है।
     देश की जनता मोदी सरकार से उम्मीद लगायो बैठी थी कि भाजपा देश में महँगाई कम करेगी पर सिवाये कागजों के जमीनी स्तर पर महँगाई कम नहीं हुई है। देश में निवेश के लिए पी.एम.ने सारी दुनिया का खाक छानने में करोड़ो स्वाहा कर दिया पर देश में निवेश के लायक माहौल नहीं बना पाये इसमें भी पीछे रहे। किसानों के हितों को नजरअंदाज करके तीन बार भूमि अधिग्रहन अध्यादेश लाये पर कामयाब नहीं रहे।तेल पर एक्साइज ड्यूटी ,रेल भाड़ा आदी बढ़ा कर जनता पर और बोझ डाल दिया। युवायों को सरकारी रोजगार के लिए भी कोई पद सृजित नहीं कर पाये। महँगाई,बेरोजगारी,भ्रष्टाचार जैसी विकराल समस्याओं से देश आज भी त्रस्त है।
   सपने दिखाकर ,झूठे वादों से देश नहीं चल सकता यह बिहार के जनता ने उन्हें बता दिया। काग्रेस ,जनतादल (यू)एवं राजद के महा गठबंधन को जीता दिया. ऐन चुनाव के दौरान ही देश के आम जनता की थाली से दाल गोल हो गयी ,प्याज भी कम नहीं रुलाया अब सरसों का तेल रुला रहा है। मोदी सरकार जमीनी स्तर पर काम करने में, गरीव जनता एवं देश के आम वर्ग की वात करनें में नकाम रही ।इसलिए बिहार में मोदी की दाल नही गल पायी और भाजपा को हार का मुँह देखना पड़ा।
सचिव-लाल कला मंच,बदरपुर ,नई दिल्ली
  


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