रवि शर्मा की दो पुस्तकों काब्य किरण एवं काब्य उमंग
का लोकार्पण
लाल बिहारी लाल
नई दिल्ली। दिल्ली की चर्तित
कवियित्रि एवं शिक्षिका श्रीमती रवि शर्मा द्वारा रचित कविताओं का दो संग्रह काब्य
किरण एवं काब्य उमंग का लोकार्पण जनकपुरी के मंदिर मार्ग स्थित आर्य समाज मंदिर
के मुख्य हाल में विशिष्ठ अतिथि के रुप में रक्षा मंत्रालय के हिन्दी सलाहकार
समिति के सदस्य एंव वरिष्ठ साहित्यकार डा. राम प्रकाश शर्मा,शिक्षाविद् आगस्टीन
वेलियथ ,साहित्यकार एवं पत्रकार लाल बिहारी लाल ,वरिष्ठ साहित्यकार डा. राहूल तथा संपादक
मनमोहन शर्मा के कर कमलों द्वारा लोकार्पित किया गया । इस सत्र की अध्यक्षता अनुराधा
प्रकाशन के सलाहकार संपादक श्रीमती कविता मल्होत्रा ने की। इन पुस्तको को अनुराधा
प्रकाशन,नई दिल्ली ने प्रकाशित किया है।
वरिष्ठ साहित्यकार लाल बिहारी लाल ने नव रचित दोहों के द्वारा यह सिद्ध कर
दिया कि अभिब्यक्ति गद्य में ही नहीं कविता में भी होती है।उन्होंने कृतियों की
रचयिता रवि शर्मा के रचना संघर्ष और याथार्थ समकालिन समाज में मरते-मिटते मानवीय
मूल्यों,टूटते-विखरते संबंधों एवं सरोकारो के परिप्रेक्ष्य में इनकी सार्थकता को
सिद्ध किया है।डा.राहूल ने दोनो पुस्तको पर एक विवेचनात्मक प्रस्तुति देते हुए कहा
कि कवियित्रि की संघाटित संवेदना इनके गहन रुप में अभिब्यक्त हुई है कि वह स्त्री-विमर्श का पुष्करण
करने वाली लेखिकाओं से भी ज्यादा प्रमाणिक एवं प्रभावशाली है। श्री वेलियथ ने भी
इनकी रचना के शिल्प पर प्रकाश डाला।
लोकार्पण के उपरान्त द्वीतीय सत्र में एक सरस काब्य गोष्ठी का भी आयोजन
किया गया जिसमें बसुधा कनुप्रिया, नीलू नीलपरी, लाल बिहारी लाल,शिव प्रभाकर ओझा,
रंजना नौटियाल, रवि शर्मा ने अपनी चुनिंदा कविताओं को सुमधुर पाठ कर श्रोताओं के
मन्त्र मुग्ध कर दिया।। इस कार्यक्रम का संचालन अनुराधा प्रकाशन की उप संपादिका
प्रियंका ने किया। अन्त में मनमोहन शर्मा शरण ने सभी आगन्तुको के प्रति हार्दिक आभार
प्रकट किया।
सचिव-लाल कला मंच,नई दिल्ली-44
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