स्वर कोकिला लता
मंगेशकर नहीं रही
लाल बिहारी लाल
स्वर कोकिला लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 ईस्वी को मध्यप्रदेश के इंदौर रियसत में हुआ था।
इन्हें गायकी अपने पिता से विरासत में मिली । इनके पिता हृदयनाथ मंगेशकर एक
शास्त्रीय गायक थे। इनकी पहली फिल्म
मंगलागौड़ 1942 में आई थी और इन्होंने कई फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में भी अभिनय
किया पर मशहूर गायन के क्षेत्र में हुई ।
इन्होंने 30 से ज्यादा भाषाओं
में हजरों फिल्मी और गैर फिल्मी गाने गाए हैं । इनकी पहचान स्वर कोकिला के रूप में
सारी दुनिया में है। इनकी बहन आशा भोसले एवं उषा मंगेशकर भी गायिकी
में सक्रिय है। इन्होंने संगीत निर्देशक एवं निर्माता के रूप में भी
फिल्मों दुनिया में काम किया है। पुरस्कार
की बात करें तो इन्हें 1969 में पदम भूषण पुरस्कार मिला था, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, बंगाल फिल्म पत्रकार संगठन पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ गायिकी का फिल्म फेयर अवार्ड , फिल्मी दुनिया के
सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार दादा साहब फाल्के अवार्ड से 1989 से सम्मानित की
गई थी तथा महाराष्ट्र रत्न से 2001 में और भारत सरकार द्वारा भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न सम्मान से 2001 में सम्मानित किया गया था इस नश्वर
शरीर को छोड़कर श्री चरणों में जादुई आवाज की मल्लिका चली गई । इस महान हस्ती को शत-शत
नमन है।